
NEWS GURU (चंदौली) । सदर कोतवाली पर प्रभारी के फोन न उठाने पर सकलडीहा विधायक प्रभु नारायण सिंह यादव नाराज हो गए । नाराजगी ऐसी कि विधायक जी शुक्रवार को पाने समर्थकों संग एसपी कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गए । इसके बाद जब विधायक ने एसपी से कोतवाल के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की तो उन्होंने ने भी हाथ खड़े कर लिए । विधायक ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करते हुए गंभीर आरोप लगाए । वही पुलिस का कहना है कि इंस्पेक्टर ने फोन उठाया था विधायक धोखाधड़ी के आरोपियों को छोड़ने का दबाव बना रहे थे । पुलिस ने नही सुना तो वह धरने पर बैठ है बहरहाल एसपी चंदौली ने मामले में जांच के आदेश दे दिए है
पुलिस की माने तो विधायक प्रभु नारायण यादव जमीनी धोखाधड़ी से जुड़े पुराने मामले में निरुद्ध मुलजिम व जमीन से जुड़े प्रकरण में सकलडीहा विधायक ने फोन किया था । इस संबंध में कोतवाल से उनकी वार्ता भी हुई. वहीं विधायक प्रभुनरायण यादव का कहना रहा कि पुलिस इन दिनों लोगों को आपस में लड़ाने का काम कर रही है। इससे आए दिन विवाद सामने आ रहे हैं. ऐसा ही मामला संज्ञान में आने पर सदर कोतवाल को फोन किया था. दोपहर से लेकर रात 11 बजे तक फोन करता रहा, लेकिन कोतवाल ने फोन नहीं उठाया. यहां तक कि एएसपी के कहने पर भी कोतवाल ने बात नहीं की।
उन्होंने कहा कि विधायक का फोन न उठाना शासनादेश का उल्लंघन और विधायिका की अवमानना है, ऐसे पुलिस अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए । इसी सिलसिले में एसपी से मिलकर कोतवाल के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई, लेकिन उन्होंने इसमें हाथ खड़े कर दिए। . ऐसे मे वह पुलिस लाइन में बैठकर अपना विरोध जता रहे थे। विधायक का कहना है कि एसपी चंदौली के आश्वासन पर उन्होंने धरना खत्म कर दिया है लेकिन कार्रवाई नहीं हुई तो आगे व्यापक रूप से विरोध प्रदर्शन किया जाएगा
इस बाबत एसपी आदित्य लांग्हे का कहना है कि जमीनी धोखाधड़ी से जुड़े मुलजिम व एक जमीन से जुड़े प्रकरण में विधायक ने फोन किया था. इस संबंध में वार्ता हुई. उनके द्वारा संज्ञान में दिए गए दोनों प्रकरण में जांच हो रही है. जांच के बाद दोषी पाए जाने पर समुचित कार्रवाई की जाएगी. जहां तक कोतवाल के फोन न उठाने का मामला है, उसकी भी जांच की जा रही है, जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी.