
NEWS GURU (चंदौली) । भ्रष्टाचार के विरुद्ध बलिया में पुलिस विभाग में सिपाही से लेकर एसपी तक हुई कारवाई के बाद चंदौली जिले में अभी आलाधिकारियों के हलक सूख है । शराब और पशु तस्करी के लिए चन्दौली जिला काफी मुफीद माना जाता है । इसके अलावा ओवरलोडिंग का खेल भी धड़ल्ले होता है । काले हीरे के नाम विख्यात कोयले को लेकर भी बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार की लंबी सूची रही है । भ्रष्टाचार के इस पूरे खेल में जांच की आंच पुलिस की खाकी वर्दी से लेकर अन्य विभाग के अधिकारियों तक को झुलसा चुकी है । बलिया में इतने पड़े पैमाने पर हुई कारवाई प्रदेश के बॉर्डर के सभी जिलों के खासतौर तौर पर पुलिस के आलाधिकारी सकते में है ।
केस स्टडी – 01
भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार हुए थे थानाध्यक्ष
मई 2024 में एक लाख रुपये रिश्वत लेने के मामले में दोषी पाए जाने पर तत्कालीन चकरघट्टा थाना प्रभारी सुधीर कुमार आर्य को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था । इस दौरान थाना प्रभारी को थाने के लॉकअप में काफी देर तक रखा गया। निलंबन के लिए चुनाव आयोग को पत्र लिखा गया था । तत्कालीन एसपी डॉ. अनिल कुमार ने यह कार्रवाई की थी ।। थाना प्रभारी ने रिश्वत लेकर सात पशु तस्करों पर कच्ची शराब का मामूली केस बनाकर थाने से ही जमानत दे दी थी। थाने के सिपाही का रिश्वत मांगने का ऑडियो वायरल होने के बाद एसपी ने जांच बैठाई थी
केस स्टडी -02
शराब तस्करी में गिरफ्तार हुए थे रामनगर थाने के सिपाही
सितंबर 2019 में मुगलसराय पुलिस ने औद्योगिक नगर क्षेत्र के पास से एक लग्जरी कार से हरियाणा निर्मित 566 बोतल (284 लीटर) शराब बरामद की थी । पुलिस ने शराब तस्करी के आरोप में दो लोगों के साथ वाराणसी के रामनगर थाने के दो सिपाहियों को भी गिरफ्तार किया था। उस दौरान एक और सिपाही का नाम सामने आया था जो वाराणसी पुलिस लाइन में अटैच था । इसमें सिपाही को ही गैंग का सरगना बताया गया था । जो वाराणसी और चन्दौली में हाइवे पर पड़ने वाले थाना क्षेत्रों से गाड़ी पास कराता था । इस दौरान तत्कालीन डीजीपी की ओर से एडीजी वाराणसी को सौंपी गई थी । जिसमें हाइवे क्षेत्र के सभी थानों के कारखास भी रडार पर थे ।
केस स्टडी -03
पशु तस्करी के आरोप में गिरफ्तार हो चुका है सिपाही
सितंबर 2021 में स्वाट टीम और बबुरी थाने की पुलिस ने बर्खास्त सिपाही अनिल सिंह को पशु तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया थे । टीम ने बर्खास्त सिपाही समेत गिरोह के सात सदस्यों को बनौली चट्टी के पास से पिकअप में लदे छह मवेशियों के साथ गिरफ्तार किया था । पुलिस तस्करों के पास से चोरी की पिकअप, 17 मोबाइल फोन, सोने की दो चेन, तीन अंगूठी और तकरीबन 17 हजार रुपये नकद बरामद किए थे । तत्कालीन पुलिस अधीक्षक ने बताया था कि पशुओं को हाईवे से होते हुए नौबतपुर बॉर्डर के रास्ते बिहार ले जाते थे । गिरोह का सरगना अनिल सिंह था । इसके संरक्षण में ही मवेशियों की तस्करी चल रही थी । बताया था कि अनिल सिंह को प्रति गाड़ी 800 रुपये दिए जाते थे । तस्कर प्रतिदिन 35 से 40 गाड़ियां बिहार बॉर्डर पास कराते थे ।
केस स्टडी -04
भ्रष्टाचार के आरोप में पूर्व एआरटीओ भी जा चुके हैं जेल
जिले में ओवरलोडिंग के खेल में चंदौली जिले में तैनाती के दौरान एआरटीओ आरएस यादव भी जेल जा चुके है। वहीं फर्जी कागजों सहारे बालू के ट्रकों को पास कराने में वन विभाग की भी खूब किरकिरी हो चुकी है। इसके अलावा खनन विभाग भी खूब चर्चाओं में रहा है ।