गाजीपुर क्राइम ब्रांच ने पांच घंटे तक की जांच , स्टेशन पर जांच के दौरान आरपीएफ टीम से किया किनारा !

NRWS GURU (पीडीडीयू नगर) । 15631 डाउन बाड़मेर-गुवाहाटी एक्सप्रेस ट्रेन से मोकामा घाट ट्रेनिंग के लिए जा रहे दो आरपीएफ कर्मियों की हत्या की गुत्थी को सुलझाने में जांच एजेंसियों को खूब माथापच्ची करनी पड़ रही है। शुक्रवार गाजीपुर की क्राइम ब्रांच की टीम ने स्टेशन पर सीसीटीवी कैमरे की जांच की । इस दौरान गाजीपुर टीम ने आरपीएफ टीम पूरी छानबीन के दौरान बाहर रखा । सूत्रों ने अनुसार गाजीपुर टीम शराब तस्करों और आरपीएफ कर्मियों के कनेक्शन को भी खंगाल रही है। कुछ मिलाकर आरपीएफ कुछ जवान भी शक के दायरे में है !
बता दें कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर के मानस नगर और यार्ड पोस्ट पर तैनात आरपीएफ कांस्टेबल प्रणोद कुमार और मोहम्मद जावेद का शव भदौरा और गहमर रेलवे स्टेशन के बीच में रेलवे ट्रैक किनारे पड़ा मिला था । सबसे हैरानी की यह कि उस रात ट्रेन के डीडीयू जंक्शन से खुलने के बाद ही उसने पहली बार चेन पुलिस EOCM केबिन के पास ही ही गई थी । इसके बाद लगातार कई स्थानों पर चेनपुलिंग हुई । सूत्रों के अनुसार भदौरा तक ट्रेन में लगभग दस बाद चेन खींचकर ट्रेन रोकी गई थीं। घटना के बाद अब गाजीपुर की क्राइम ब्रांच शुक्रवार को पीडीडीयू जंक्शन पहुंची । यहां टीम ने सीसी कैमरे को खंगाल । सभी एंगल से कैमरे की फुटेज को देखा और इसकी एक कॉपी अपने साथ ले गए। जांच के दौरान गाजीपुर की टीम ने आरपीएफ कर्मियों से दूरी बनाई रखीं । यहां तक कि टीम ने रेलवे स्टेशन के आसपास शराब की दुकानों पर भी जाकर पूछताछ की । बता दें कि शराब की दुकानों से छोटी छोटी खेप में तस्कर शराब बिहार ले जाते है ।