प्रदेश में एक वर्ष में आए 48 करोड़ पर्यटक , प्रभु श्रीराम के अपनी जन्मभूमि पर विराजमान होने के बाद बढ़ी पर्यटकों की संख्या- योगी आदित्यनाथ
– उत्तर प्रदेश ईको पर्यटन विकास बोर्ड के ‘लोगो’ का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया अनावरण
– सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा ,ग्रामीण क्षेत्रों में विलेज टूरिज्म का विकास करें तो गांवों में भी लोगों के सामने होंगी नयी सम्भावनाएं
– सीएम ने कहा, यूपी में पर्यटन के दृष्टिकोण से अपार सभावनाएं
वर्ष 2023 में प्रदेश में आए 48 करोड़ पर्यटक
लखनऊ । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को लखनऊ स्थित इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान में उत्तर प्रदेश उत्तर प्रदेश ईको पर्यटन विकास बोर्ड के ‘लोगो’ का अनावरण किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने ‘ईको पर्यटन संवाद’ कार्यक्रम को सम्बोधित किया ।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश देश का हृदय स्थल तथा मानव सृष्टि और जीव सृष्टि
का उद्गम स्थल है । कहा कि यहां पर्यटन के क्षेत्र में अनेक सम्भावनाएं है । मुख्यमंत्री ने बताया की गत वर्ष प्रदेश में 48 करोड़ पर्यटक आए । कहा कि वर्ष 2023 में काशी में 10 करोड़ से अधिक, मथुरा-वृन्दावन में साढ़े सात करोड़ से अधिक तथा अयोध्या में 05 करोड़ से अधिक पर्यटक आए । कहा की अयोध्या धाम में प्रभु श्रीरामलला के अपनी जन्मभूमि पर विराजमान होने के उपरान्त पर्यटकों की संख्या कई गुना बढ़ गई है । उन्होंने पर्यटन क्षेत्र में हुए कार्यों के बारे में कहा कि प्रदेश सरकार चित्रकूट और बिजनौर के अमानगढ़ में टाइगर रिजर्व के कार्य आगे बढ़ा रही, ईको टूरिज्म के क्षेत्र में दुधवा, पीलीभीत टाइगर रिजर्व तथा सोहागी बरवा में अनेक कार्य हुए । कहा की प्रदेश में स्प्रिचुअल टूरिज्म के साथ ही हेरिटेज टूरिज्म के विकास के लिए भी कार्य प्रारम्भ हुए । मुख्यमंत्री ने विलेज टूरिज्म के विकास से गांवों में भी लोगों के सामने नयी सम्भावनाएं की उम्मीद जताई है । इस मौके पर सलखन जीवाश्म पार्क को यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल के रूप में बढ़ावा देने के लिए उत्तर प्रदेश ईको पर्यटन विकास बोर्ड एवं बीरबल साहनी पुरावनस्पति विज्ञान संस्थान, लखनऊ के मध्य समझौता ज्ञापन हस्तांतरित भी किया गया। मुख्यमंत्री ने प्रदेश में नई ईको पर्यटन इकाइयों की स्थापना करने वाले तीन महानुभावों का सम्मान किया। उन्होंने कहा कि एक टूरिस्ट अनेक लोगों के लिए रोजगार के अवसरों का सृजन करता है। इस अवसर पर वन राज्य मंत्री केपी मलिक, मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र, अपर मुख्य सचिव वन एवं पर्यावरण मनोज सिंह, प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति मुकेश कुमार मेश्राम सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी, टूर ऑपरेटर्स तथा पर्यटन क्षेत्र से जुड़े स्टेक होल्डर्स उपस्थित रहे