अलीनगर थाने में घंटो चली मीटिंग के बाद दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के खिलाफ दी तहरीर, अब सवाल ये की जांच में कौन होगा दोष मुक्त और किसके खिलाफ दर्ज होगी FIR…

NEWS GURU (पीडीडीयू नगर) । अलीनगर क्षेत्र में विजिलेंस विभाग के सिपाही और वाहन चालक की भ्रष्टाचार के आरोप में भाजपा नेता की मौजूदगी में पिटाई के मामले में शुक्रवार की रात काफी देर तक अलीनगर थाने में माहौल गर्म रहा । मौके पर मौजूद पुलिस के आलाअधिकारी भी काफ़ी दबाव में नजर में आए । एक तरफ वर्दीधारी की पिटाई और दूसरी तरफ भाजपा नेताओं की ओर से कर्मचारियों पर भ्रष्टाचार का आरोप । इन सबके के बीच पुलिस ने दोनों पक्षों से तहरीर लेकर फिलहाल मामले को शांत करा दिया है । अब सवाल ये है कि जांच के दौरान पुलिस आखिर किसको दोष मुक्त करेगी और किसके विरुद्ध मुकदमा दर्ज करेगी…?

बता दें की शुक्रवार को सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था । जिसमें भाजपा नेता सूर्यमुनि तिवारी की मौजूदगी में विजिलेंस के सिपाही विनोद कुमार और वाहन चालक की पिटाई कर दी थी । लात घुसे से पिटाई के बाद उन्हें एक भाजपा का झंडा लगी गाड़ी में बैठाकर अलीनगर थाने ले जाया गया । इस मामले में भाजपा नेता सूर्यमुनि तिवारी ने विजिलेंस कर्मियों पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया । कहा की बिजली की जांच के नाम पर भाजपा कार्यकर्ता समेत अन्य लोगों से धन उगाही की जा रही थी । जिस पर उपभोक्ताओं ने विजिलेंस कर्मी की पिटाई की थी । जिस समय विजिलेंस सिपाही की पिटाई हुई वह उस समय वर्दी में था और लोग बेखौफ होकर उसकी घुसे और कोहनी से पिटाई कर रहे थे ।
घटना के बाद पूरा प्रकरण अलीनगर थाने पहुंच गया । मामल विभाग और भाजपा नेताओं के बीच में फंसा देख एडिशनल एसपी विनय प्रकाश सिंह , सीओ आशुतोष सहित अन्य अधिकारी थाने पहुंच गए। थाने में काफ़ी देर तक रात में आरोप प्रत्यारोप का दौरा चला । इस सबके बीच अधिकारियों की परेशानी बढ़ती नजर आई । एक तरफ घटना में भाजपा नेता की मौजूदगी वही दूसरी तरफ वर्दीधारी सिपाही को पिटाई । बाद में में पुलिस ने दोनों पक्षों से तहरीर ले ली । अब पुलिस दोनो मामलो में जांच कर रही है । सीओ आशुतोष ने बताया कि दोनों पक्षों से मिली तहरीर के आधार पर जांच की जा रही है ।
पुलिस की कार्रवाई पर लगी निगाहें
वर्दीधारी सिपाही से मारपीट और लोगो की ओर से उंपर लगे भ्रष्टाचार के आरोप में पुलिस के पास दो विकल्प बचे है । एक तो ये कि दोनों तरफ से मिली तहरीर के आधार पर दोनो पक्षों पर मुकदमा दर्ज कर दे । लेकिन अब जब पुलिस जांच कर रही है तो ऐसे मे इस बात की संभावना है कि कोई एक दोष मुक्त हो और दूसरा पक्ष दोषी हो जाए । ऐसे सवाल ये है कि पुलिस किसके के विरुद्ध FIR दर्ज करेगी और किसको दोषमुक्त करेगी । एक तरफ सत्ता का दबाव है वहीं दूसरी तरफ वर्दीधारी सिपाही को पिटाई का मामला है । इन सबके बीच सुलह समझौते का विकल्प भी खुल सकता है । इन सभी संभावनाओं कौन सी बात सही होगी ये भविष्य के गर्भ में छिपा है ।
मीडिया के सामने नहीं आई सीओ विजिलेंस
विजिलेंस के सिहापी की पिटाई के मामले में शुक्रवार की रात अलीनगत थाने में विजिलेंस विभाग की सीओ शोभा पांडेय मौजूद रही । अब इसे सत्ता पक्ष का दबाव कहें या फिर कुछ और लेकिन सीओ विजिलेंस एक बार भी मीडिया से सामने नही आई । पत्रकारों ने विजिलेंस सिपाही की पिटाई के मामले में उनका पक्ष जानने का काफी प्रयास किया लेकिन उस दौरान उन्होंने मीडिया से सामने आने से ही इंकार कर दिया। हालांकि मामला सत्ता पक्ष का होने के नाते पुलिस के आलाधिकारी भी ने भी रात में कोई भी ऑफिशियल बयान नहीं दिया ।