15 माह में 03 बार बदमाशों ने पुलिसकर्मियों की छीनी पिस्टल… पढ़िए पूरी खबर

NEWS GUURU पीडीडीयू नगर : चंदौली जिले में बदमाशों के हौसले इस कदर बुलंद हो गए है कि पुलिस कर्मियों से घिरे होने के बावजूद वे उनकी पिस्टल छीन लेते है है ! ये हम नहीं बल्कि 15 माह में जिले में बदमाशों के एनकाउंटर के दौरान पुलिस की दिलेरी की कहानी बयां कर रही है । जिले में 15 माह में पुलिस की तीन बार पिस्टल बदमाशों ने छीन ली । हालांकि बाद में पुलिसकर्मियों ने अदम्य साहस का परिचय। देते हुए बदमाशों को मुठभेड़ के बाद पकड़ लिया ।
इन घटनाओं के बाद से चर्चाओं ने जोर पकड़ लिया हैं कि क्या वाकई में पिस्टल रखने वाले पुलिसकर्मियों को इस बात की ट्रेनिक देने की जरूरत है कि पिस्टल संभालनी कैसे हैं…?
केस संख्या एक
सैयदराजा थाना क्षेत्र के दुधारी गांव में चोरी और हत्या के आरोपी को ग्रामीणों ने पुलिस के हवाले कर दिया था । मंगलवार को पुलिस आरोपी निहोर को न्यायालय पेश करने ले जा रही थी । इस बीच निहोर ने एक एसआई की पिस्टल छीन ली। इसके बाद वह भाग निकला । बाद में चन्दौली और सैयदराजा थाने की पुलिस ने से घेर लिया। मुठभेड़ के बाद पुलिस ने निहोर को पकड़ लिया । इस दौरान एक गोली निहोर के पैर में लगी। फिलहाल अस्पताल में उसका उपचार चल रहा है।
केस संख्या दो
31 october 2025 जिले के अलीनगर थाना क्षेत्र के एक गांव में छह वर्षीय बच्ची के साथ दुष्कर्म के बाद हत्या के मामले में पुलिस की शुक्रवार को रेवसा रेलवे पुल के पास आरोपियों के साथ मुठभेड़ हुई। इस मुठभेड़ में एक सिपाही घायल हो गया, जिसका प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज चल रहा है। पुलिस ने दो आरोपियों, रंजीत बिंद और लक्खा बिंद को गिरफ्तार किया था । पुलिस ने उस वक्त भी बताया था कि आरोपी, दरोगा की पिस्टल छीनकर भाग रहे थे, तभी पुलिस ने उन्हें घेर लिया और मुठभेड़ के दौरान उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
केस संख्या 03
11 August 2024 नौगढ़ थाना क्षेत्र की दिलबगरा पहाड़ी के पास रनाबालिग से सामूहिक दुष्कर्म के दो आरोपियों को लेकर कोर्ट जा रही पुलिस की गाड़ी पंक्चर हो गई। इसका फायदा उठाते हुए एक बदमाश ने दरोगा अवधेश की पिस्टल छीनकर फायर झोंक दिया। पुलिस कुछ समझ पाती कि दोनों बदमाश जंगल में भागने लगे और फायर करने लगे। पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई की, जिसमें दोनों घायल हो गए। बाद में पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया ।
होल्स्टर से पिस्टल कैसे छीनकर भाग जाते हैं बदमाश
एक सब-इंस्पेक्टर अपनी पिस्टल को मुख्य रूप से होल्स्टर का उपयोग करके कमर में रखते हैं। होल्स्टर पिस्टल को गिरने से बचाता है, उसकी सुरक्षा करता है। होल्स्टर को पुलिस अधिकारी की ड्यूटी बेल्ट जिसे अक्सर सैम ब्राउन बेल्ट भी कहा जाता है से जोड़ा जाता है। यह बेल्ट कमर के चारों ओर पहनी जाती है। वहीं पुलिस होल्स्टर में अक्सर एक सुरक्षा पट्टा या लॉकिंग डिवाइस होता है जो ट्रिगर गार्ड को कवर करता है, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि हथियार होल्स्टर में सुरक्षित रहे और अनजाने में न निकले। हालांकि जिले में पिस्टल को कमर में खुले तौर पर लगाकर चलने का ट्रेंड बढ़ गया है ।







