डीडीयू जंक्शन पर कुंभ की भीड़, स्वास्थ्य व्यवस्था की कमान कंपाउंडर के हवाले !

NEWS GUURU पीडीडीयू नगर : प्रयागराज में महाकुंभ स्नान के लिए काफी भीड़ जा रही रही। प्रमुख स्टेशन होने के नाते डीडीयू जंक्शन पर लोगों की काफी भीड़ है । स्टेशन पर सुरक्षा तंत्र काफी सक्रिय है लेकिन रेलवे स्वास्थ्य व्यस्था के मामले फिसड्डी साबित हो रहा है । सोमवार पर डीडीयू जंक्शन पर एक बच्ची बेहोश हो गई । बैसाखियों के सहारे चल रही रेलवे की स्वास्थ्य व्यवस्था के रूप वहां सिर्फ एक कंपाउंडर मौजूद था । बच्ची का उपचार कंपाउंडर ने किसी प्रकार किया।

दरअसल महाकुंभ के कारण ट्रेनों से लेकर स्टेशन तक श्रद्धालुओं की काफी भीड़ है । ऐसे में यात्री सुविधाओं के लिए रेलवे द्वारा तमाम इंतेजाम किए गए हैं। इतना ही नहीं किसी भी प्रकार की आकस्मिक सेवा के लिए जक्शन पर एक चिकित्सक भी नियुक्त किए जाने का दावा किया गया है ।। इसके बावजूद स्टेशन पर जब एक बच्ची की तबियत बिगड़ी तो उसका इलाज कम्पाउंडर ने किया।
बताया गया कि गांधी धाम स्पेशल ट्रेन से एक परिवार महाकुंभ स्नान के बाद बिहार की तरफ जा रहे था। ट्रेन में भारी भीड़ के कारण उसके साथ मौजूद एक 12 वर्षीय बच्ची की तबियत अचानक बिगड़ गई और वो बेहोश हो गई। डीडीयू जक्शन पर सुरक्षा में तैनात जीआरपी और आरपीएफ के जवानों ने कड़ी मेहनत के बाद बच्ची को तो ट्रेन से नीचे प्लेटफार्म पर उतारा । इस दौरान वहां तैनात मेडिकल टीम से चिकित्सक ही नदारद मिले। ऐसे आपातकाल को देखते हुए मजबूरन बच्ची का इलाज कम्पाउंडर को करना पड़ा। अब सवाल यह है कि डीडीयू जंक्शन पर अगर कोई चिकित्सक इमरजेंसी के लिए नियुक्त है तो उस वक्त वो कहाँ था ? इतनी बड़ी लापरवाही का जिम्मेदार कौन होगा ? कम्पाउंडर से इलाज के दौरान अगर कोई अनहोनी हो जाती तो उसकी जिम्मेदारी कौन लेता ? ये सारे सवाल रेल प्रशासन और सीएमएस की व्यवस्था पर उठने लगे है।