
NEWS GUURU पीडीडीयू नगर बिहार में शराब तस्करी रुकने का नाम नहीं ले रही है। सुरक्षा तंत्र के तमाम प्रयास के बाद भी तस्करों के हौसले बुलंद है। इस बार दिलदार नगर आरपीएफ ने 12334 डाउन विभूति एक्सप्रेस ट्रेन के सेकंड एसी कोच A 1 के बाथरूम से 21.600 लीटर शराब बरामद की है । शराब की खेप बाथरूम में ऊपर बनें केबिन में छिपाकर रखीं गई थी । आरपीएफ ने शराब के बाबत कोच अटेंडेंट और टीटीई से भी पूछताछ की लेकिन सभी अभिज्ञता जाहिर की । बाद में आरपीएफ में शराब को आवश्यक कार्रवाई के बाद जीआरपी के सुपुर्द कर दिया ।
आरपीएफ दिलदारनगर प्रभारी जीएस राणा ने बताया कि 26 दिसंबर को सूचना मिली थी कि 12334 डाउन विभूति एक्सप्रेस ट्रेन एसी कोच में भारी मात्रा में शराब तस्करी कर बिहार के जाई जा रही है। सूचना आरपीएफ प्रभारी अपनी पहचान छुपाते हुए धीना रेलवे स्टेशन पहुंचे । 26 दिसंबर को रात्रि लगभग 22 बजकर 15 मिनट पर रुकी । इसके बाद आरपीएफ प्रभारी जीएस राणा टीम के साथ AC कोच A 1 में चढ़ गए । कुछ देर बाद उन्होंने ट्रेन की जांच शुरू की तो उन्हें बाथरूम में शराब होने का शक हुआ। इस दौरान बाथरूम में शराब का पाउच गिरा मिला। उन्होंने बाथरूम की जांच शुरू की तो उसमें ऊपर की ओर बने केबिन भारी मात्रा में शराब बरामद हुई। ट्रेन दिलदार नगर पहुंचते ही बरामद अवैध शराब को उतार लिया । दिलदारनगर आरपीएफ प्रभारी निरीक्षक जीएस राणा ने बताया कि विभूति एक्सप्रेस ट्रेन के एसी कोच के बाथरूम के 11 हजार 535 रुपए मूल्य की शराब बरामद हुई है। शराब को दिलदारनगर स्टेशन ओर उतार कर अवयस्क कारवाई कर इसे जीआरपी के हवाले कर दिया गया है ।
किसकी मिलीभगत से बाथरूम में पहुंची शराब
विभूति एक्सप्रेस ट्रेन के बाथरूम के ऊपरी भाग में छिपाकर ले जाई जा रही शराब किसकी मिली भगत से जा रही थी , यह अब एक बाद प्रश्न बन गया है । सवाल कोच अटेंडेंट और अन्य स्टाफ की भूमिका पर भी खड़े हो रहे है । बाथरूम के ऊपरी भाग को खोलकर शराब रखने में आधे घंटे का समय लगा होगा। दूसरा सवाल ये है कि शराब की खेप किस दिलदारनगर से पहले किस स्टेशन से चढ़ी होगी । क्योंकि प्रयागराज के रामबाग से खुलकर हावड़ा जाने वाली ट्रेन सबसे अधिक समय रामबाग में रुकती है । इसके बाद इसके स्टॉपेज ज्ञानपुर रोड, मंडुवाडीह रेलवे स्टेशन, वाराणसी जंक्शन, काशी रेलवे स्टेशन, दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन रेलवे स्टेशन पर रुकतीं है । इसके बाद दिलदार नगर आता है ।







