रेलवे स्टेशन सर्कुलेटिंग एरिया में सक्रिय चोरों का गिरोह, जीआरपी चोरों पर नकेल कसने के बजाय स्टैंड में गाड़ी खड़ा करने की दे रही सलाह !

NEWS GUURU पीडीडीयू नगर : रेलवे स्टेशन परिसर में घूम रहे सुरक्षा बलों और जगह जगह लगे सीसीटीवी कैमरों को देख कर निश्चित न रहें। यदि स्टैंड छोड़ कर उधर उधर बाइक खड़ी की तो वह सुरक्षित नहीं रहेगी। स्टेशन परिसर में बाइक चोर घूम रहे हैं। रविवार को रिजर्वेशन काउंटर और हनुमान मंदिर के पास से दो बाइक चोरी हो गई। जीआरपी ने फरियाद नहीं सुनी तो पीड़ितों ने ऑनलाइन मुकदमा दर्ज कराया है।
पं. दीनदयाल उपाध्याय रेलवे स्टेशन के आस पास बाइक चोर गिरोह सक्रिय हैं। यहां से बाइक लगातार गायब हो रही है। रेलवे स्टेशन और परिसर की सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं। वहीं आरपीएफ और जीआरपी की ड्यूटी भी सर्कुलेटिंग एरिया में लगती है। बावजूद बाइक चोर इनकी निगाह में नहीं आ पाते हैं।
पीडीडीयू जंक्शन पर रोजाना 30 हजार से अधिक यात्री आते हैं। इसमें बड़ी संख्या में स्थानीय लोग भी आते हैं। बाइक, चार पहिया वाहन से आने वालों के लिए स्टैंड बना हुआ है। सर्कुलेटिंग एरिया में ही पार्सल, विभिन्न बैंकों के एटीएम, एसबीआई की शाखा भी है। ऐसे में इन स्थानों पर आने वाले इनके सामने ही बाइक खड़ी करते हैं लेकिन इसकी भी सुरक्षा नहीं हो पाती है। नगर के रविनगर निवासी रेलवे के पूर्व मुख्य लोको निरीक्षक अरुण कुमार श्रीवास्तव रविवार की सुबह नौ बजे रिजर्वेशन कराने पहुंचे। उन्होंने रिजर्वेशन ऑफिस के बाहर बाइक खड़ी कर दी और रिजर्वेेशन कराने चले गए। पांच मिनट बाद वे वापस लौटे तो बाइक गायब थी। इन्होंने जीआरपी में इसकी शिकायत की। यहां स्टैंड में बाइक न खड़ी होने के कारण रिपोर्ट दर्ज नहीं किया गया। ऐसे में इन्होंने ऑनलाइन चोरी का मुकदमा दर्ज कराया है। इसी तरह सैयदराजा थाना के काटा गांव निवासी अनिल कुमार खाना डिलेवरी करने वाले कंपनी में डिलेवरी ब्वाय के रूप में तैनात है। वह रोजाना की तरह रविवार की शाम पांच बजे खाने का आर्डर लेकर पीडीडीयू जंक्शन पहुंचा था। उसने बाइक हनुमान मंदिर के पास खड़ी कर दी और पार्सल पहुंचाने चला गया। वापस आने पर बाइक गायब मिली। उसने भी ऑनलाइन मुकदमा दर्ज कराया है। इस संबंध में जीआरपी पीडीडीयू के प्रभारी निरीक्षक सुनील कुमार सिंह ने बताया कि लगातार लोगों से स्टैंड में बाइक खड़ी करने को कहा जा रहा है। ऑनलाइन चोरी की रिपोर्ट दर्ज हुई है तो मामले की जांच की जाएगी।







