टीम ने औद्योगिक ईकाइयों के गोदामों की जांच की, कुछ नहीं मिला

NEWS GURU (चंदौली) । अनुदानित यूरिया की कालाबाजारी रोकने के उद्देश्य से सोमवार को कृषि विभाग और उद्योग विभाग की ओर से पांच औद्योगिक इकाइयों के गोदामों पर जांच की गई । इस दौरान टीम ने कैटल फीड, कुक्कुट फीड, साबून, पेंट, बार्निस, मुद्रण स्याही, लिबास चादरें, प्लाईवुड, लेमिन बोर्ड, पार्टीकल बोर्ड के निर्माण में प्रयोग की जांच की । हालांकि इस जांच में कही पर भी कोई गढ़बड़ी नहीं मिली।
जिला कृषि अधिकारी विनोद कुमार यादव ने बताया कि कैटल फीड, कुक्कुट फीड, साबून, पेंट, बार्निस, मुद्रण स्याही, लिबास चादरें, प्लाईवूड, लेमिन बोर्ड, पार्टीकल बोर्ड जैसे उत्पाद में यूरिया का प्रयोग किया जाता है। जिससे जिले में खाद विक्रेतओं की ओर से उर्रवरकों की कालाबजारी धडल्ले से होती है। लेकिन अनुदानित यूरिया का प्रयोग प्रतिबंधित है। प्रोपराइटर को अनुदानित यूरिया का प्रयोग न करने की हिदायत दी गई है। ऐसे में अगर कोई भी अनदानित यूरिया का प्रयोग करते पाया गया तो उसके खिलाफ उर्वरक नियंत्रण अधिनियमों के तहत विधिक कार्रवाई की जाएगी। जांच के दौरान उद्योग विभाग के सहायक आयुक्त विजय कुमार सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहें।