जिले के जर्जर मार्ग शिवभक्तों की लेंगे परीक्षा…ऊबड़-खाबड़ मार्गों से नंगे पांव से गुजरेंगे शिवभक्त

—मुख्यमंत्री ने कांवड़ यात्रा के पहले सभी मार्गों को दुरुस्त करने का दिया था आदेश

NEWS GURU (चंदौली) । सावन की शुरूआत 22 जुलाई से हो रही है। सोमवार को बाबा का जलाभिषेक का अत्यधिक महत्व है। बड़ी संख्या में भगवान शिव के जलाभिषेक के लिए भक्त कांवड़ लेकर नंगे पांव जाते हैं। इस वर्ष प्रदेश सरकार ने सावन के पूर्व कांवड़ मार्ग के मरम्मत का निर्देश दिया था। बावजूद इसके जिले में रास्ते कांवड़ियों की कठिन परीक्षा लेंगे। जिले की एक भी सड़क ऐसी नहीं है जो सही है। खासकर वाराणसी जाने के मुख्य मार्ग पीडीडीयू नगर-पड़ाव का मार्ग पिछले दो वर्षों से निर्माणाधीन है। कीचड़, कंकड़ और मिट्टी के बीच कांवड़ियों को जाना पड़ेगा। वहीं पिछले 25 सालों से बदहाल चहनिया मार्ग पर भी हजारों की संख्या में कांवड़िओं का आवागमन होगा।

बारह ज्योतिर्लिंगों में एक बाबा विश्वनाथ धाम के जलाभिषेक के लिए प्रत्येक रविवार की रात पीडीडीयू नगर, बबुरी, नियामताबाद, चंदौली, सैयदराजा, धानापुर सहित जिले केे विभिन्न इलाकों से हजारों की संख्या में भक्त बोल बम का जयकारा लगाते हुए नंगे पैर वाराणसी जाते हैं। बनारस पहुंच कर सोमवार की सुबह गंगा स्नान कर वहां से जल लेकर बाबा विश्वनाथ का जलाभिषेक करते हैं। वर्तमान में पड़ाव से गोधना चौराहा तक सिक्स लेन का निर्माण किया जा रहा है। ऐसे में जगह जगह सड़क के किनारे गड्ढा खोद दिया गया है। वहीं मिट्टी सड़क पर बिखरी पड़ी है। ऐसे में नंगे पैर वाराणसी जाने में कांवड़ियों को दिक्कत होगी है। वहीं नियामताबाद बबुरी से आने वाले कांवड़ियों को भी दिक्कत होगी। पीडीडीयू नगर के विभिन्न मुहल्लोें की सड़कों की भी स्थिति बहुत अच्छी नहीं है। राष्ट्रीय राजमार्ग की स्थिति अपेक्षाकृत ठीक है लेकिन इसके सर्विस रोड बहुत अच्छी नहीं है। पं. दीनदयाल उपाध्याय चहनियां मार्ग की मरम्मत वर्षों से नहीं हुई है। इस मार्ग पर गड्ढों की भरमार है। ऐसे में चहनियां से वाराणसी आने वालों को भी परेशानी होगी।