चंदौली

ये है सरकारी तंत्र , उपचार तो किया लेकिन सड़क किनारे छोड़कर चले गये बछड़े को…गौवंशो को कैसे बचाएगा सरकारी विभाग…?

NEWS GURU (पीडीडीयू नगर) । सरकारी कर्मचारी किसी भी कार्य को उतना ही करते है जितना उनके अधिकारी कहते है। मौके को समझते हुए थोड़ा बेहतर करना इनके आचरण के खिलाफ हो जाता है। इसका उदाहरण बृहस्पतिवार को देखने को मिला।

दरअसल पंडित दीनदयाल नगर के कैलाशपुरी  में सभासद के आवास के पास एक बछड़ा लावारिस हाल में घायलावस्था में पड़ा था। जिसे देखकर आसपास के लोगों ने इसकी सूचना नगर पालिका के प्रभारी ईओ अविनाश कुमार को दी। सूचना के बाद प्रभारी ईओ के निर्देश पर चिकित्सकाकर्मी मौके पर आये और उन्होंने उसका उपचार किया। उपचार पर आसपास के लोगों ने उनकी वाहवाही भी की। लेकिन हद तो ये हो गई कि उपचार के बाद उसे बछड़े को पशु आश्रय केंद्र ले जाने के बजाय उसे  उसे वहीं छोड़कर चले गये। चल पाने में लाचार बछड़ा शुक्रवार को भी वहीं पड़ा रहा । फोटो संख्या एक में बछड़े का उपचार करते हुए कर्मचारी दिखाई देंगे । जबकि फोटो संख्या दो उपचार के बाद लाचार हाल में बैठा बछड़ा है । ये दोनो तस्वीर सरकारी तंत्र की कार्य प्रणाली को बताने लिए काफी है । हालांकि आसपास के लोग बछड़े को खाना देते रहे ।

बारिश में भींगता रहा घायल बछड़ा

बृहस्पतिवार की शाम कुछ देर बाद हुई बारिश है । पैरो पर खड़े हो पाने में लाचार बछड़ा पानी में भींगता रहा । अब सवाल यह है कि ऐसे ही निराश्रित पशुओं के लिए शासन के निर्देश पर पशु आश्रय स्थल बनाये गये है। नगर के मुगलचक में कान्हा गौशाला का निर्माण भी हो रहा है लेकिन यह घटना उसकी उपयोगिता पर सवाल खड़े कर रही है।

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