
NEWS GURU (चंदौली)। लोकसभा चुनाव के बाद चहनियां ब्लॉक प्रमुख की कुर्सी को लेकर जोर आजमाइश तेज हो गई है. क्षेत्र के दो धुरन्धर आपस मे लड़ते दिखाई दे रहे है. आज बजट सत्र की बैठक आयोजित की गई थी. जिसमें भारी संख्या में बीडीसी नदारत रहे. अंततः बैठक को निरस्त करना पड़ा. वही इस बैठक को लेकर हाई प्रोफाइल ड्रामा सड़क पर देखने को मिला. उसमें बागी बीडीसी वहां बैठे रहे. जिसमें पुलिस प्रशासन से नोकझोंक हुई तो वही इस मामले में सपा विधायक प्रभुनारायण सिंह यादव की एंट्री हो गई. सपा विधायक संविधान का हवाला देकर अल्टीमेटम देते हुए दिखे. इस दौरान भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात थी.

दरअसल, चहनियां विकास खंड सभागार में विकास कार्यों के लिए बजट सत्र की बैठक होनी थी. बीडीसी का एक गुट इसका विरोध करने लगा. ब्लॉक प्रमुख से नाराज बीडीसी चहनियां स्थित शिव मंदिर पर पहुंच गए और बैठक का विरोध शुरू कर दिया. आरोप है की प्रशासन ने सदस्यों को वहां से हटवाने की कोशिश की. इसकी सूचना के बाद सपा विधायक प्रभुनारायण सिंह यादव मौके पर पहुंच गए. उन्होंने प्रशासन की कार्रवाई का विरोध किया. कहा की जनपद में धारा 144 नहीं लागू है. बीडीसी जनप्रतिनिधि हैं और कहीं भी बैठकर सभा कर सकते हैं. मंदिर सार्वजनिक स्थान होता है. यहां वह बैठ सकते हैं. वही बीडीसी का कहना है कि 70 सदस्य इस बैठक से असंतुष्ट हैं इसलिए इसका विरोध कर रहे हैं. ब्लॉक में चल रही गतिविधियों पर नजर रखने के लिए विधायक अंत तक डटे रहे.
सकलडीहा विधायक ने कार्य में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया
सपा विधायक प्रभुनारायण सिंह यादव ने कहा कि आज क्षेत्र पंचायत की बैठक थी. कोरम के अभाव में अभी बैठक स्थगित हो गई है. आरोप लगाते हुए कहा कि सत्ता के इशारे पर यहां के क्षेत्र पंचायत प्रमुख और यहाँ के अधिकारियों के मिलीभगत करके गलत तरीके से व नाजायज तरीके से प्रस्ताव पास कराना चाहते है. जिसका मेरे पास प्रमाण भी है. कहा कि अभी दो दिन पूर्व डीएम साहब को एक पत्र दिया था जिसकी जांच हो रही है. हमलोग संविधान को मानने और आस्था व्यक्त करने वाले लोग है. हम लोग सहमत है कि जो भी प्रस्ताव पास करने की कार्रवाई करवाएं वह मान्य है. लेकिन उसका एक तरीका होता है. कहा कि आज के पहले 2023 में एक मीटिंग हुई थी. जिसका हमारे पास रिकॉर्ड है कि वह मीटिंग कैंसिल हो गई. आरोप लगाते हुए कहा कि तीन से चार करोड़ के काम फर्जी तरीके से टेंडर करके हुआ है. जबकि नियम है कि कार्ययोजना स्वीकृत हुए कोई टेंडर नही होता है. कहा कि 20 काम लिखकर दिया गया है जो काम हो रहा है वह असंवैधानिक है गलत है. उसी काम का यह प्रस्ताव पास कराने के लिए इन्होंने मीटिंग बुलाई थी. भ्रष्टाचार को लेकर बीडीसी ने हमें पत्रक दिया था कि उस कामों का जांच कराया जाय. उस पत्र को संज्ञान में लेकर मैंने जिलाधिकारी को वह पत्र सौंपा है. जिसकी जांच चल रही है.

योगी सरकार में नहीं चलेगी गुंडई- अरुण
प्रमुख अरुण जायसवाल ने कहा कि विकास क्षेत्र चहनियां की बहुत महत्वपूर्ण बैठक थी. क्षेत्र के विकास के लिए व कार्ययोजना को पारित करने के लिए आज बैठक निर्धारित किया गया था. आरोप लगाते हुए कहा कि सपा के गुंडे आज भी चहनियां में आकर के तहलका मचाएं हुए है. कहा कि हमारे क्षेत्र पंचायत सदस्य संजय चौरसिया को सपा के तथाकथित गुंडे दुकान पर जाकर गाली-गलौज देकर गाड़ी से अपहरण करने की कोशिश कर रहे थे. इसके उपरांत सुबह और रात में बीडीसी के घर-घर जाकर के धमकाकर व किडनैप कर इनलोगों ने मीटिंग में जाने से रोका. कहा कि हमारे विधायक व जप्रतिनिधियों पर आरोप लगाने वाले पहले अपने गिरेबान में झांके की हमारी हिस्ट्री क्या है. वही बीडीसी संजय चौरसिया के द्वारा पांच लोगों के खिलाफ नामजद एफआईआर किया गया है. योगी जी की सरकार है किसी की गुंडई चलने वाली नही है. कहा कि आज बैठक हमारे 105 बीडीसी में हमलोग 35 लोग उपस्थित हुए. कोरम के अभाव के कारण मैंने बैठक को स्थगित कर दिया. आगामी आठ दिन के अंदर दूसरी बैठक की घोषणा की जाएगी. वही प्रमुख अरुण जायसवाल ने अपने साथ 105 बीडीसी होने का दावा किया.
मुझे दबाने के लिए किया गया फर्जी मुकदमा – उपेंद्र
पूर्व ब्लॉक प्रमुख पति उपेंद्र सिंह ने कहा कि यह मामला है कि जनमानस का मामला है और सभी क्षेत्र पंचायत सदस्यों के पीड़ाओं का मामला है. कहा कि ब्लॉक प्रमुख अरुण जायसवाल को यहां की जनता ने चुना. क्षेत्र पंचायत सदस्यों ने उन्हें एकतरफा वोट देकर उन्हें ब्लॉक प्रमुख बनाया. क्षेत्र पंचायत सदस्यों के प्रस्तावों को अनदेखा करना. इन सब के विरुद्ध क्षेत्र पंचायत सदस्यों का एकजुट होकर के हुजूम खड़ा हुआ. मैं भी उनको ब्लॉक प्रमुख बनाने में सहयोगी जरूर रहा. उस सहयोग की कड़ी में रहने के कारण मैं भी उनके साथ खड़ा हुआ. इसके एवज में राजनैतिक लोग दो फाट में खड़े हुए. वही मुकदमें को लेकर कहा कि तकरीबन चार-पांच लोगों के विरुद्ध 10 क्षेत्र पंचायत सदस्यों ने थाना बलुआ में लिखित सूचना दिया कि आज की बैठक को लेकर उनके साथ गाली-गलौज और धमकी दी जा रही है. कहा कि लोगों को ऐसा महसूस हो रहा था कि सभी कृत्यों के पीछे मैं लगा हूँ और मेरी आवाज दबाने के लिए कि इनके साथ न खड़ा रहूं इसलिए मुझे फर्जी मुकदमे में फसाया गया है ।
आज क्षेत्र पंचायत के 2024-25 की कार्ययोजना को लेकर बैठक थी. क्षेत्रीय विधायक के लगाए गए आरोप को लेकर कहा कि यह उनकी तरफ से यह एक आरोप आ रहा है. लेकिन ऐसा कुछ भी नही है. तीन नवम्बर की बैठक जो 2024-25 के कार्ययोजना को लेकर ही करवाई जा रही थी. लेकिन वह चुनाव के दृष्टिगत नवम्बर में कैंसिल हो गई थी. क्योंकि इलेक्शन के समय में ही बैठक नही कराई जा सकती थी. 2023-24 की कार्ययोजना में जो भी प्रस्ताव पारित हुए थे उसी पर ही कार्य कराया गया था. इस बैठक को लेकर कहा कि इस बार कोरम पूरा न होने की वजह से बैठक कैंसिल हुआ है. कहा कि कोरम में जीतने सदस्य होते है उनके 1/2 से ज्यादा सदस्य उपस्थित होना अनिवार्य होता है. कार्ययोजना प्रस्ताव को लेकर यह बैठक थी. इसलिए कोरम पूरा न होने की वजह से यह बैठक स्थगित हुई. यहां 31 क्षेत्र पंचायत सदस्य उपस्थित हुए थे. सभी कार्य नियमानुसार ही करवाया जा रहा है- दिव्या ओझा, खंड विकास अधिकारी , चहनिया