बंदरों के झुंड ने दौड़ाकर रेलकर्मी को काटा, लगे बीस टांके

NEWS GUURU पीडीडीयू नगर : डीडीयू स्टेशन पर बंदरों के धमा-चौकड़ी से यात्री व कर्मचारी दहशत में है।जब से महाकुंभ आरंभ हुआ है। स्टेशन पर यात्रियों की भीड़ बढ़ने से बंदरों का रुख रेलवे कालोनियों और गांवों की ओर हो गया है। वही वीवीआईपी यूरोपियन कालोनी में शनिवार की शाम बंदरों का झुंड एक क्वार्टर में घुस गया । इस दौरान बंदरों ने रेल आवास में मौजूद 40 वर्षीय रेल कर्मचारी पर हमला कर दिया । इसमें वह बुरी तरह से ज़ख़्मी हो गया । आनन-फानन में लोगों ने उसे रेलवे लोको अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उसे बीस टांका लगाया गया। जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।
13 जनवरी से महाकुंभ शुरू हो गया। जिससे स्थानीय रेलवे स्टेशन पर दिनों दिन यात्रियों की भीड़ बढ़ने लगा। मौनी अमावस्या पर स्टेशन पर पैर रखने की जगह नहीं रही जिससे बंदर खाने-पीने से वंचित होने लगे। धीरे-धीरे इनका पलायन रेलवे कॉलोनी वह आसपास के गांव में होने लगा। शनिवार की शाम बंदरों का एक जत्था वीवीआईपी यूरोपियन कालोनी क्वार्टर नंबर 80 बी चर्च के पीछे पहुंच गया। छत से आंगन के रास्ते बंदर क्वार्टर में आ गए।तभी रेल कर्मचारी गोरखनाथ चौधरी बंदरों को भागने लगा अंदर का दरवाजा खोलकर जैसे ही वह आंगन में आया तभी बंदर उस पर टूट पड़े। जिससे रेल कर्मचारी दोनों हाथ, गर्दन, पीठ पर काट काट कर लहू लुहान कर दिया। बंदर से बचाव के चक्कर में गोरखनाथ जमीन पर गिर पड़ा। बेबस रेल कर्मचारियों ने हिम्मत करके उठा और बंदरों को उठाकर बाहर फेंक दिया। तब तक शोर गुल सुनकर उसकी औरत आ गई। रेल कर्मचारी ने दौड़ का अंदर कमरे में जाकर गेट बंद कर दिया।तब जाकर गोरखनाथ की जान बची।रेल कर्मचारी ने इसकी सूचना फोन से आसपास के लोगों को दी ।भुक्त होगी ने इसकी सूचना मुगलसराय कोतवाली पुलिस व वन विभाग को दिया ।आसपास के लोगों ने एंबुलेंस बुलाकर लहू लुहान रेल कर्मचारियों को लोको अस्पताल में भर्ती कराया। जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है । पीड़ित ने बताया कि मुझे अस्पताल में 20 टैंक लगाए गए हैं। बंदरों का झुंड अभी भी मेरे क्वार्टर के आसपास मंडरा रहा हैं। जिससे उसकी बीवी और दो बच्चे दूसरे क्वार्टर में रहने के लिए मजबूर हो गए हैं।इस बाबत वरीय मंडल वाणिज्य प्रबंधक सुधांशु रंजन ने कहा कि बंदरों से निजात दिलाने के लिए जिला प्रशासन को पत्र लिखा गया है। जल्द ही बंदरों को भगाने के उपाय किए जाएंगे।