महिला ने कालेज के डायरेक्टर पर लगाया छेड़खानी का आरोप लगाया, बाद में डायरेक्टर ने आरोपो को निराधार बताते हुए महिला पर रुपयों के गबन का मढ़ा आरोप..

NEWS GURU (चंदौली) । जिले के झांसी गांव में जीटी रोड किनारे संचालित यथार्थ नर्सिंग एंड पैरामेडिकल कालेज के डायरेक्टर डॉ धनंजय सिंह पर उन्हीं के यहां कार्यरत एक महिला वार्डन ने उन पर छेड़खानी और जबरदस्ती गहने छीनने का आरोप लगाया हैं । महिला वार्डन की शिकायत पर चंदौली कोतवाली पुलिस कालेज के डायरेक्टर के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत करा लिया है । वहीं दूसरी शनिवार को कालेज के डायरेक्टर ने पत्रकारवार्ता कर अपना पक्ष रखते हुए सभी आरोप को निराधार और दुर्भावना से प्रेरित बताया है। महिला पर उन्होंने लाखो रुपए के गबन का आरोप लगाया ।

चंदौली कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत झांसी गांव में जीटी रोड किनारे यथार्थ नर्सिंग एवं पैरामेडिकल कालेज इस्थापित है । यहां पैरामेडिकल की छात्राएं हॉस्टल में रहती है। इन सभी के देख रेख के लिए वार्डेन की तैनाती की गई है। यहां कार्यरत एक महिला वार्डन ने आरोप लगाया कि वह नर्सिंग कालेज में 2015 से तैनात है। उंसके साथ डायरेक्टर डॉ धनन्जय सिंह कई बार गलत कार्य करने की कोशिश की है । आरोप लगाया कि लेकिन जब हमने इसका प्रतिकार किया तो उन्होंने माफी मांगते हुए यह कहकर बात को टाल दिया कि उसका करेक्टर चेक कर रहे है। बताया की उनकी हरकतों में कभी कमी नही आई। आरोप लगाया कि शाम को अक्सर वह अपनर ऑफिस में बैठकर उसे वहां बुलाते रहते थे। पिछले दिनों अचानक यह ऑफिस में फिर रोज की तरह बुलाये और कहने लगे कि अब तक तुम कितना गहना बनवाई हो। हमने कहा इसका क्या मतलब तो यह कुर्सी से उठकर हमारे पास आ गए। जिस लारा मैं डर गई थी। इसके बाद उन्होंने कहा कि गले की चैन अंगूठी सब निकलवा लिए। कहा कि रूम में जो गहना है उसे भी ले आओ। दूसरे दिन पुनः ऑफिस में बुलाए और लखनऊ फ्लैट की चाबी दिखाते हुए कहे चलो लखनऊ घुमा लाये। जब हमने विरोध किया तो कहे कल का जो सामान है उसे वापस कर दूंगा और मालामाल बना दूंगा। उन्होंने हाथ पकड़ लिया। जब पीड़िता ने विरोध किया तो उन्होंने गार्ड को बुलाकर कहा कि जब तक हम ना कहें तब तक ये बाहर नही जाएगी। पीड़ित महिला ने इसकी शिक्यात एडीजी से की । एडीजी के आदेश पर चंदौली कोतवाली पुलिस मुकदमा दर्ज कर लिया है और आगे को कर्रवाई में जुट गई है ।
यथार्थ नर्सिंग एंड पैरामेडिकल कालेज के डायरेक्टर ने ये कहा
संस्था के डायरेक्टर डॉ धनंजय सिंह ने कहा कि वे शुरू में वार्डन के पद पर थी । बाद में नए नियम तहत उन्हें हटाकर किसी अन्य को वर्डन बनाया गया । इन्हे रिसेप्शनिस्ट की जिम्मेदारी दी गई और उन्हें अकाउंट देखने के साथ फीस जमा करने और कराने की जिम्मेदारी दी गई । उन्होंने बताया कि जुलाई माह में शक हुआ की बैंक में जमा होने वाली धनराशि में घोटाला हो रहा है । जिस पर बैंक में पड़ताल कराई पता चला कि ये 45 हजार सेमेस्टर की फीस के स्थान पर पांच हजार रुपए जमा कर रहीं है । वहीं लिख पढ़ी में गड़बड़ी कर रही है । उन्होंने लाखो के गबन का आरोप लगाया है । डायरेक्टर ने कह कि जब पूछताछ की गई तो महिला ने गलती स्वीकार की । कहा की महिला ने बताया कि उसने उस रुपए से गहना बनावा लिया है और कहा की गहना बेचकर रुपया वापस कर दिया । कहा की कई महीनो तक महिला को ओर से रुपए देने में आनाकानी की गई । बताया की सोमवार को जब वापस लौटा तो जानकारी हुई कि महिला रात में चली गई । पांच सितंबर को संस्था के मैनेजर प्रवीण मिश्रा की ओर से महिला की खिलाफ चंदौली कोतवाली में तहरीर दी गई ।अभी तक महिला के कमरें का ताला नहीं खोला है । कहा सारे आरोप निराधार है । कहा की एडीजी साहब से मिलकर अपना पक्ष रखा है ।